रजनीश कुमार मिश्र गाजीपुर ।उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जनपद की पुलिस इस समय काफि चर्चा में है।

इस चर्चा का कारण सुहवल पुलिस व सैदपुर पुलिस है,क्यो की इश दो थानों की पुलिस ने ट्रेक्टर व किसानों को लेकर ऐसा फरमान जारी किया था।

जीससे पुलिस की काफी किरकिरी हुई थी।

तो वहीं गाजीपुर पुलिस इस फरमान पर सफाई देने में लगी है।


पेट्रोल पंप पर चस्पा सुहवल व सैदपुर पुलिस का नोटिस


बतादें की दिल्ली बार्डर पर किसान 26 जनवरी को ट्रेक्टर रैली करने वाले है।जिसे लेकर उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जनपद के दो थानो सुहवल व सैदपुर पुलिस ने लिखीत पेट्रोलपंप के लिए एक बेतुका आदेश पारित किया था।

उस बेतुका आदेश में लिखा था की ट्रेक्टर व बोतल में तेल नहीं दिया जायेगा।

पुलिस का ये आदेश सोशलमीडिया पर भी खुब वायरल हुआ था।जिससे गाजीपुर पुलिस की खुब किरकिरी हुई।

अब जाकर गाजीपुर पुलिस सफाई देते हुए कहा की सुहवल व सैदपुर पुलिस ने गलती बस ये नोटिस जारी हो  गया है।

वहीं इस मामले की जांच अब एसपी ग्रामीण करेंगे।




26 जनवरी को ट्रेक्टर रैली का किसान नेताओं ने,किया था आवाह्न 

दरसल ये सारा मामला  दिल्ली बार्डर पर धरना दे रहें किसानों के आवाह्न का है। किसान नेताओं ने 26 जनवरी ट्रेक्टर रैली करने का देश के किसानों से आवाह्न किया था ।

इसी को लेकर गाजीपुर जनपद की सुहवल व सैदपुर पुलिस द्वारा ये नोटिस जारी किया गया था।इस नोटिस में लिखा था की  ट्रेक्टर व बोतल मे पेट्रोल पंप से तेल नहीं दिया जायेगा ।

अगर पेट्रोल कर्मी ट्रेक्टर मे डीजल भरेंगे तो अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहें।

अब गाजीपुर पुलिस गलती मानते हुए इसकी जांच एसपी ग्रामीण करेंगे।

वहीं पेट्रोलियम डिलर एसोसिएशन अध्यक्ष मारकंडेय सिंह ने कहा की पुलिस का ये आदेश कही से भी व्यवहारिक नहीं है।



उन्होंने बताया की अगर ऐसा कोई आदेश था तो डीजल ही रुकवा देते।

वहीं इस मामले ने जैसे ही तुल पकड़ा वैसे ही गाजीपुर पुलिस ने आफिसियल ट्विटर हैंडल जारी कर सफाई दी है।